जानिए क्या है डेली पूजा विधि के लाभ

पूजा करने की विधि - Daily Pooja Vidhi

कोई भी Pooja करने से पहले हम गणेश भगवान की पूजा करते है या उनका धयान करते है तभी आपकी Pooja लगती है अथवा आपकी पूजा नहीं लगेगी। अगर आप रोज़ पूजा करते है तो पंच देवताओ की Pooja ज़रूर करनी चाहिए। पंच देवता में सबसे पहले है - सूर्य देव, गणेश भगवान, माता पार्वती, शिव भगवान और विष्णु भगवान। इन पंच देवताओ की पूजा अनिवार्य है जब भी आप रोज़ पूजा करे इन पंच देवताओ की Pooja ज़रूर करे। इसी के साथ पूजा करने की एक विधि और है जो की है आसान पर बैठ कर पूजा करना। खड़े होकर Pooja घर में पूजा नहीं करनी चाहिए। आप लोग लाल रंग या पीले रंग का आसन लाकर अपने पूजा घर के सामने रखकर उस पर बैठ कर आप सही विधि से आप Pooja कर सकते है।

यह भी पढ़े : स्फटिक माला के अचूक लाभ और उपाय

  • जब भी आप शिवलिंग की Pooja करे तो याद रखे, शिवलिंग की पूजा करते समय जल चढ़ाने के बाद, शिवलिंग पर कभी भी तुलसी, कुमकुम और केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए वर्ना उसके बहुत ज्यादा दुष्ट परिणाम हो सकते है और जब भी आप शिवलिंग पर दूध चढ़ाये तो वह दूध ताम्बे के पात्र में न चढ़ाये।
  • सूर्य देव की Pooja में शंख का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि सूर्य देव की पूजा में शंख का प्रयोग करना वर्जित है। 
  • शास्त्रों के अनुसार, माँ दुर्गा को दुबला घास नहीं चढ़ाई जाती है, माँ दुर्गा को हमेशा कुमकुम चढ़ाया जाता है।
  • तुलसी की पती को कभी भी रविवार के दिन नहीं तोड़ना चाहिए। रविवार के इलावा आप कभी भी तुसली की पती को तोड़ कर Pooja में प्रयोग करे सकते है लेकिन याद रखे आप नहाने के बाद ही तुलसी की पती को तोड़े तभी आपकी पूजा लगेगी। 
  • जब भी आप आरती करते है तो याद रखिये कि भगवान के चरणों कि 4 बार आरती लीजिये नाभि की 2 बार आरती लीजिये और चेहरे की 1 बार या 3 बार आरती ज़रूर लीजिये। 
  • गंगाजल को कभी प्लास्टिक की बोतल में नहीं रखना चाहिए हो सके तो गंगाजल को हमेशा स्टील या ताम्बे के पात्र में अपने पूजा घर में आप रखिये। 
  • पूजा कभी भी राहु काल के समय में नहीं की जाती है मगर राहु काल के समय में आप राहु और शनि की Pooja ज़रूर कर सकते है। आप अपने घर में वास्तु के हिसाब से उत्तर दिशा में आपका मंदिर होना चाहिए। 

Read More : जानिए क्या है तुलसी माला का महत्व

shani dosh nivaran


If there is a Shanidev in the first house then the remedy for suffering  : -

1. Apply tilak of milk or curd daily on your frontal.
2. Do not plant oil on Saturday or eat oil.
3. Four snakes made of copper flowing in the river on Saturdays.
4. Go to the temple of Lord Shani Dev or Hanuman ji and pray that Lord! Forgive us for our sins, forgive us, do good to us.
5. Whenever you get time, chant the Shani Dosh Prevention Mantra.
If there is a Shanidev in the second house, then remedy  : -
1. Abandon alcohol and do not eat meat.
2. Do not disturb the snakes, nor kill the snakes.
3. Never forget the two-color cow / buffalo.
4. Tilak milk / curd on your frontal.
5. Donate kadve oil every Saturday.
6. On Saturday, pour a dough into a pond, fish in the river.
7. Do not eat milk at bedtime.
8. Do not place oil on the head on Saturday.

If there is a  shanidev in the third house, prevention: -
1. If the main door of your house is towards south direction, then close it.
2. Read the daily Saturn Chalisa and offer Saturn Chalisa to others as well.
3. Abandon alcohol and do not eat meat.
4. Hold the Shani Machine in the Neck.
5. Make a dark room at the end of the house.
6. Focus on a black dog in your house and take care of it.
7. Never put handpumps in the house.

If there is shanidev , in your house and have shani dosh  then the remedy for  : -
1. Do not drink milk at night.
2. Never create an illegal relationship with the right woman.
3. Feed crows to crows.
4. Feed the snake.
5. Follow the black buzz.
6. Put raw milk in the well on Saturday.
7. Flow a bottle of wine on the river flowing on Saturdays.

If there is a Shanidev in the fifth house, then the remedy / tricks of troubleshooting: -
1. On the son's birthday, the snacks should be distributed, not sweet etc.
2. Do not consume meat and alcohol.
3. Fill a black dog and take full care of it.
4. Hold Shani Equipment.
5. Pooja Shani Dev.
6. On Saturdays, do the work of circulating in the Badam river by weighing one-tenth of your weight.
If there is a Shanidev in the sixth house, the remedy for : -
1. Do not use leather shoes, bags, briefcase etc.
2. Fast on Saturday.
3. Flow four coconut boiling water. Keep in mind, do not do it in dirty drain, the result will be exactly the opposite.
4. On every Saturday, feed the black cow with ghee regularly and roast it regularly.
5. Hold Shani Equipment.

If Shanidev  is in kundali or shani dosha , then troubleshooting measures / tricks: -
1. Never create an illegal relationship with the right woman.
2. On every Saturday, feed the black cow with ghee regularly and roast it regularly.
3. Hold Shani Equipment.
4. Fill the honey in a pot and press the soil under the soil.
Instead of farming, you can also press in the garden.
5. Hold the string ring of the horse's cord in your hand.
If Shanidev  is in the eighth house, then  remedy : -
1. Hold the silver chain in the neck.
2. Abandon alcohol and do not eat meat.
3. On Saturday, flow eight kilos of urad in the river flowing. Embark on a light black cloth and open the bond and control it.
4. On Monday, donating rice is great for you.
5. Fill a black dog and keep its full attention.
If there is a Shanidev  in the ninth house, the remedy   : -
1. Keep a yellow colored hand held by yourself always.
2. Fill in the entire coriander pot and flush it into the river.
3. Take the Top Route of 6th Hour on Thursday.
4. Put raw milk in the well on Saturday.
5. On every Saturday, feed the black cow with ghee regularly and roast it regularly.
6. On Saturday, pour a dough into a pond, fish in the river.
If there is a Saturn in the eighth house, the remedy for suffering troubles / tricks: -
1. Keep a yellow colored hand held by yourself always.
2. It will be good for you to have your room curtains, bed cover, color of walls painted yellow.
3. Share the yellow laddoo on Thursday.
4. Do not make a house by name.
5. Apply milk or curd tilak on your frontal daily.
6. Hold Shani Equipment
7. Whenever you find time, chant the Shani Dosh Prevention Mantra.

If there is a Shanidev  in the eleventh hour, the remedy  solution : -
1. Stay away from alcohol and meat.
2. Beware of enemies who are secretly hidden in the friendship.
3. Alcohol and bitter oil before sunrise fall to the ground near the main door.
4. Do not let the neighbors go away.
5. Hold Shani Equipment.
6. Put raw milk in the well on Saturday.
7. Feed crows to crows.




जानिए क्या है पूजा करने के नियम

पूजा करने के नियम

अपने परिवार में सुख और समृद्धि प्राप्त करने के लिए देवी-देवताओ की पूजा ( pooja ) करने की परम्परा अनेको वर्षो से निरंतर चली आ रही है तथा आज भी हम इस परम्परा को निभाते आ रहे है. भगवान की पूजा ( pooja ) द्वारा हमारी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. परन्तु हम सभी को पूजा ( pooja ) करने से पूर्व कुछ ख़ास नियमों का पालन करना चाहिए तभी हमे पूजा ( pooja ) का शुभ फल पूर्ण रूप से प्राप्त हो पायेगा.



लगभग सभी हिन्दू घरो में मंदिर बनाये जाते है वह से उनके दिन का आरम्भ होता है अधिकतर लोग अपनी सहूलियत के अनुसार पूजा ( pooja ) पाठ करते है जो कि सरासर गलत है पूजन संबंधी कुछ नियम होते है जिनका पालन हर घर को करना चाहिए तभी इसका फल मिलता है अक्सर लोग पूजा तो कर लेते है लेकिन इन नियमो से अपरिचित रहते है जिसका फल उन्हें नहीं मिलता आज हम आपको बताएंगे कि यदि घर में पूजा करते है तो उसके क्या नियम होने चाहिए|

यह भी पढ़े : जानिए क्या है स्फटिक माला के अचूक लाभ

  • वास्तु के नियमो के अनुसार, मकान के पूर्व उत्तर के पूजा का अस्थान सबसे सर्वोत्तम माना गया है इस स्थान पर पूजा स्थल होने से घर में रहने वाले को शांति, धन, सम्पति, प्रसन्नता और स्वास्थ्य का लाभ मिलता है 
  • घर में देवी देवताओ की फोटो और मूर्तियाँ इस प्रकार स्थापित करनी चाहिए की पूजा करते समय हमारा मुँह उत्तर या पूर्व दिशा की और हो ।
  • घर के मंदिर में मूर्तियां छोटी और कम वजन वाली हो, अगर कोई मूर्ति खंडित हो गयी है या क्षतिग्रत हो गई है तो उसे तुरंत पूजा सथल से हटा कर कही बहते जल में प्रवाहित कर दीजिए।
  • यह भी ध्यान देना चाहिए की भगवान का चेहरा कभी भी ढका नहीं होना चाहिए यहाँ तक की फूल माला से भी चेहरा नहीं ढका होना चाहिए।
  • जिस घर के लोग मंदिर को गंदा अँधेरे से युक्त या घर के बेकार सामान का अड्डा बनाकर रखते है ऐसे घर में शत्रु अपना सिर उठाये रखते है और आर्थिक परेशानियाँ, रोग और शोक स्थायी बसेरा बनाकर वहाँ रहती है।
  • रसोई घर में मंदिर बनाने से घर के लोगो को असफलता का मुँह देखना पड़ता है परिवार के किसी सदस्य को बीमारी अपने चपेट में लिए रखती है इसलिए रसोई घर में कभी भी मंदिर नहीं बनाना चाहिए  । 
  • घर के मंदिर में प्रतिदिन सुबह और शाम पूजन के समय घंटी अवश्य बजाये, घंटी की ध्वनि से नकारात्मकता का नाश होता है और सकारात्मकता में बढ़ोतरी होती है।
  • मंगल, शुक्र, रवि, अमावस्या, पूर्णिमा, द्वादशी, रात और सूर्य ढलने के बाद तुलसी पती को न तोड़े। तुलसी की पती और गंगाजल कभी बासी नहीं होते इसके अतिरिक्त कोई भी बासी सामग्री का प्रयोग मंदिर में न करे।
  • मंदिर में चमड़े से बनी वस्तुएँ जैसे की जूते, चप्पल, बेल्ट आदि लेकर न जाये। 
  • रात को सोने से पहले मंदिर के आगे पर्दा ज़रूर करें ताकि भागवान के विश्राम में कोई बाधा न हो।

Read More : जानिए क्या है तुलसी माला के उपयोग 

शनि दोष निवारण -shani dosh nivaran

शनि दोष निवारण
आइये जाने शनि और शनि के दुष्प्रभाव के बारे मे जैसा की हम सब जानते है शनिदेव करम के कर्ता कहे जाते है। जैसी हमारी करनी होती है ,ठीक वैसा ही फल शनिदेव देते है । आइये जाने शनिदोष व् shani dosh nivaran  के बारे मे .......

शनि या शनि सबसे डरावना ग्रह है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शनि को सूर्य या सूर्य का पुत्र माना जाता है। शनि को सबसे मजबूत नरक और कठोर शिक्षक माना जाता है जो धैर्य, प्रयास, प्रयास और धीरज का प्रतिनिधित्व करता है; और जो प्रतिबंध और दुर्भाग्य लाता है। हालांकि, एक व्यक्ति की कुंडली पर एक अनुकूल स्थान वाली शनि एक मजबूत करियर, स्वस्थ जीवन और उस व्यक्ति के लिए सबकुछ सकारात्मक है। माना जाता है कि शनि को तुला में उखाड़ फेंक दिया गया और मेष में कमजोर हो गया। शनि या शनि से संबंधित समस्याओं के लिए उपचार, सदे सती और दास या शनि के अंतरास के दौरान निम्नानुसार हैं:
shani ke upay 
भगवान हनुमान या भगवान भैरो की पूजा करें।
हनुमान चालिसा या किसी अन्य हनुमान स्टोत्रा ​​को याद करें।
शनि मंत्र के जापा: ओम प्रम प्रीम प्रौम शा शनीशाराय्या नमः 40 दिनों में 1 9, 000 बार।
शनि स्टोट्रा को याद करें।
शनिवार को एक भैंस या काले टिल (तिल के बीज) दान करें।
शनिवार को उपवास।
पूजा: हनुमान पूजा।
14 मुखी रुद्राक्ष पहनें। -
सभी शनि से संबंधित परेशानियों के लिए, दशरथ शनि स्टोत्रा ​​एक उत्कृष्ट उपाय है।
जादी: ढेरे की जाद -
रत्न: ब्लू नीलमणि -
Sanitrayodasi, sanijayanthi (pushya masam बहूला astami) और saniamavasya दिनों पर thilabhishekam प्रदर्शन करते हैं।


Simple and effective ways of pleasing Saturn, which comes from adopting freedom from Saturn's fault!



shanidev

If Yamraj is said to be the god of death then that same shani dosh   also the binder of karma. Whether the mistake has been deliberately done or unknowingly, everyone has to suffer the punishment of his actions. If a person is running a half-century of shanidev or in his birth chart, under the influence of the ominous planet, then the person is surrounded by many situations like loss of business, problems in the job, confusion in the family, money accumulation Deficiency, hostility with friends, coaching and suffering for a long time, etc.
To get rid of all these problems and the inauspiciousness of Saturn's planet, it is necessary to chant the appropriate mantras. According to the astrologers, Saturday's day is considered to be very special to receive the blessings of Shani Dev. No new work should be started this day. On Saturday, mental peace is received from the flow in the coconut river. On the day of worship, Hanuman chalisa should be recited and on this day,  

 click here to buy kale ghode ki naal with ring 

shani dosh: -

On Saturday, there is a special provision for their worship and donation to calm Shani dev. To prevent the disaster, the oil should be supplied in the Shani temple on Saturdays on Saturday. Donation should provide black clothes, black urad, black mole, black blanket, black umbrella, any metal metal, leather shoes and black goods. To abandon the old shoes and clothes in front of Shani Temple on this day is also considered to be very beneficial for Sati-faults.
Click here to buy ring made from kale ghode.


Along with this, Saturn is pleased with the fasting of Shani Dev. Saturn should be done on Saturdays for troubleshooting. If you can not fast, you should stay away from meat and drink especially on this day and should remember the name of shanidev at rest.

shani dosha:

Soak 8 grams of black sesame water in the night for the quenching of Shani Dhaiya. Mix 8 laddus by mixing them in grinders and jaggery on the night and feed them to a black horse. Use this till eight saturdays.

shani ke upay: -

According to the advice of astrologer, the ring of the black horse's hoof should be held in the middle finger. It protects the shadow from the inauspicious condition of shanidev and receives the person who holds the ring specially.

shani mantra: -


Shani dev embodies Saturn Gems Neelam for the prevention of defects. It should bear only the bent, Taurus, Capricorn and Aquarius zodiac or the people of the marriage. In the auspicious time for redressal of the punishment, emancipation of the instrument by rituals leads to liberation from Saturn.

shani dosh nivaran: -

Those who suffer from Shani Dosha should worship Lord Shiva, Sun God and Hanuman ji. Shani dev is pleased to perform Lord Shiva, Sun God and Hanuman puja on Saturdays. Salvation is attained from liberation.

Lord Ganesh Om Namah Shiva's panchakti mantra Om Namah Shiva should be chanted for redress of Saturn. In addition, Mahamrityunjaya Jaap - 'Trimkank Yajamaha Sugandhi Pushtiyadanan Urvarukimiv Bandhanan Diaryamukshika Mamrutat '. This mantra is more beneficial and effective.
Apart from this, the recitation of the chants of the Sun God and the heart source of 'Ghriin Surya Namah' should be recited.

 

shani doshs nivarana:

Hanuman ji's worship is fruitful on Tuesday and on Saturdays to please Shani Dev very soon. Both these days should chant the Hanumanti mantra " Hanumantai Namah ". By reciting Nitin Hanuman Chalisa and Sundar Kand, the inauspicious effect of Shani dev is removed and happiness increases in the family.


hanuman kavach-


Do these practices after morning bath, Hanuman ji will punish your enemies

Hanuman raksha kavach
"Crisis tai Hanuman rudavai, man sarakan meditation jo lavai" ... This line of Hanuman chalisa implies that whatever devotee will keep the name of Hanuman ji, he will meditate, Hanuman ji will take every crisis of his life. He will never face any pain.
hanuman kavach
hanuman kavach
This fact has been proved by various research that the only worship is that the Hanumat worship in Kali Yuga gives the earliest results. By chanting the name of Hanuman ji, a great crisis is overcome.

Regardless of the problems of the devotee, whether the enemy is afraid or the disease, or any problem related to life can be solved by humble worship.

Hanuman kavch online- पंडित जी द्वारा सिद्ध किया हनुमान कवच यहाँ से आर्डर करे


Hanuman kavach
Today, while explaining the importance of worship of Hanuman, we will present a similar mantra to you or say, 'Hanuman Mahamantra' who will do the work of 'protecting you'. It is known in the scriptures as the text of Hanuman Kavach.
According to a legend, 'Hanuman Kavach' is said to be true. It is said that Lord Rama himself used to recite Hanuman Kavach while making war on Ravana, due to which Ravana could not harm him.
Panchamukhi Hanuman Kavach
There are many benefits to reading Hanuman Kavach in the scriptures. The devotee, who recites Hanuman Kavach with a true heart, can never make bad choices his evil powers. All types of negative powers stay away from such a person.
hanuman raksha mantra 
Panchamukhi Hanuman Kavach
Apart from this, the recitation of Hanuman Kavach does not have any effect of sorcery, tricks, black magic on the person. If anybody attempts to do black magic on such a person, then Hanuman ji punishes the person who pays black magic.
Let us now tell you how the text of Hanuman Kavach is done and how the rules are related in the scriptures.
To recite Hanuman Kavach, the seeker should first bath in the morning. After this, sit down in front of the statue of Hanuman ji or in front of the photo by holding the asana.

Panchamukhi Hanuman Armor 
Before starting the worship, take blessings of Lord Shriram of Hanuman ji. After this, offer Chola, Vermic and Janeu to Hanuman ji. Now chant at least one item of mantra being told by Rudraksh's garland with a true mind - "Sri Hanumte Namah:"
This text of Hanuman ji maintains the protective armor around the devotee for 24 hours. But if Jap's beads are increased, that is to chant more than 1 garland, then the defense armor remains effective for more than 24 hours.
Let us now tell you about some other Mahamantra of Hanuman ji who are capable of solving your various problems. If you chant these mantras regularly like Hanuman Kavach text, then the crisis will soon be overcome.
Hanuman Mantra for Debt Relief
"Namo Hanumte Rishabhaye Utseyya Swaha" must be given at least one item per day of this mantra. You will get results within 45 days.


Hanuman Mantra for Desire Fulfillment
"Mahabalay Veerai Chiranjeevi Udayte, Hareeen Vajra Dehaya Cholangighitamahavya" Any kind of desire is your wish, the chant of this mantra is able to fulfill it.

Hanuman Mantra to overcome the crisis
"Namo Hanumte Rudravarayya Sarv-Enemy-Kanyaranayya, Sarv Pathak-Haraay, Sarv Vaishikaranya, Ram-Dushayya Swaha." If you have any realization of any crisis in life then chanting this mantra of Hanuman ji will be fruitful. This mantra will also protect against the enemy and also chant the same mantra to win them.


kale ghode ki naal-काले घोड़े की नाल


kale ghode ki naal घोड़े के पैर  से निकल जाता है |इसको आपके हाथ की ऊँगली मई पहनना पड़ता है | आइये जानते है काळाआमने dek घोड़े की नाल को पहनने के नियम
जब बी काळा घोड़े की नाल अगर अगर आप निकलता है | तब आपके फायदा पहुँचता है | जैसा की हमने देखा है  घोड़े की नाल का छल्ला बहूत ही फायदेमंद होता है | हमारे शास्त्रों मे काळा घोड़े की नाल को बहूत शुभ माना जाता है |जैसा  की हमारे शास्त्रों मे लिखा हुआ है की घोड़े के पैरो मे शनि का प्रभाव होता है | जिस वजह से यह आपको बहूत साडी समस्याओ से बचता है | ज्योतिष के अनुसार कौन से और कैसे घोड़े का प्रयोग करना चाहिए इसके बारे मे पूरी जानकारी दे रहे है| 


जब भी हम ghode ki naal को घर के मैं गेट पर लगते है तो नज़र नहीं लगती है | घर का मैन गेट गेट अगर उत्तर या उत्तर पश्चिम दिशा मे हो तो गेट के ऊपर या बाहर की तरफ  काळा घोड़े की नाल को लगाना चाहिए | वास्तु के अनुसार जब हम ऐसा करते है तो हमारे घर की रक्षा होती है| साथ ही परिवार के सदस्यो को भी सकारात्मक ऊर्जा मिलती है | बागवान शनिदेव के बारे मे ऐसा कहा जाता है की वो मेहनती लोगो से बहूत   खुश   रहते है |ऐसा होता है जब घोडा दौड़ता है तो उसकी नाल घिसती है और सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है | इससे आप बुरी शक्तियों से बचे रहते है| काले घोड़े की नाल को अपने हाथ की उंगली मे पहनते  है जिससे की बुरी शक्तियों व् नकारात्मक ऊर्जा से बचते है|
घोड़े की नाल तभी ज्यादा असरदार व् प्रभावशाली होती है जब वह खुद घिस चुकी हो की जबरदस्ती निकली गयी हो | असली काले घोड़े की नाल का असर अंग्रेजी के u आकर का होना चाहिए | काले घोड़े की नाल शनि से संभव हर परेशानी का निवारण है | घिसी हुए काले घोड़े की नाल को घर के बाहर लटकने से घर मे शनि का प्रकोप नहीं रहता है और  घर मे सुख ,शांति और समृद्धि आती है|
 Read more -ghode ki naal ring

जानिए क्या है डेली पूजा विधि के लाभ

पूजा करने की विधि - Daily Pooja Vidhi कोई भी Pooja  करने से पहले हम गणेश भगवान  की पूजा करते है या उनका धयान करते है तभी आपकी Pooja लगती...